जो दिल चाहे वो मिल जाये है |
किस्मत ऐसी कौन पाये है ||
जब मिल सी जाये है मंज़ील |
कदम तब लडखडाये है ||
सुना था यूं ही मिलता है कोई |
मगर वो यूं ही कब आये है ||
धूप-छांव जीवन होता होगा |
हम सर पे सुरज पाये है ||
दर्दो-ग़म, हुस्नो-इश्क |
"रुह" कितना बोझ उठाये है |
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