मै तोरे दरदां मारी यारा |
आ मिल लै सुध हमारी ||
तुम सुनो हमारी बातां,
तुम बिन कटे न रातां,
दिन बना मुसीबत भारी ||
बिछोह दी अगन जलाये,
जीयरा मोरा तडपा जाए,
तपन मोरी कौन निवारी ||
जी तुझ सों नेह लगाया,
सीर तों पैरीं तीक तू समाया,
तेरे वास्ते मैं बैठी कंवारी ||
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