तन का बिज बोया,
तन ही की भूमी मे,
मन के तल पर |
तन का अंकुर फुटा,
तन ही उगा,
मन के तल पर |
तन मे अंकुर फूटा,
तन-फल उगा,
मन के तल पर |
तन ने
तन ही को जीया ,
आदि से अंत,
मन के तल पर |
अब फिर बीज गीरा है,
तन क तन पर,
मन के तल पर |
Wednesday, February 14, 2007
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