अनेको स्मारकों
इमारतों इत्यादि पर
देखता रहा हूं मै अक्सर
शीलालेख
कि फलानी तिथी को
निर्मीत फलाने द्ववारा
या उद्घाटित |
किसलिये ?
कि लोग याद रखें
नाम बरसों फलाने का !
आश्चर्य है !
क्या बडें हैं यह निर्माण
जगत के निर्माण से |
उसे बनाने वाले फलाने का
कहीं दिखता नहीं
शीलालेख !
Wednesday, February 14, 2007
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